टेलिफोन की घंटी बजती है एक आदमी इन्फेक्टर की वर्दी पहने हुए पुलिस थाने मे बैठा होता है टेलिफोन की घंटी सुनकर वो फोन उठाता है फोन पर बात करने के बाद वह पुलिस थाने से दो हेंड कांस्टेबल लेकर कही निकल जाता है कुछ देर बाद वह एक जगह पहूचता है जहा पर बहुत भीड लगी होती है क्योकि वहा किसी व्यक्ति की लाश पढी होती है...लाश की छानबीन करने पर पता चलता है की वह आदमी एक एक बिल्डर का बेटा है जिसका नाम रोहित है...उसकी उम्र लगभग 25 साल की है
ओर उसे किसी ने बडी बेहरमी से मारकर उसकी लाश को एक लावारिस की तरह सड़क के किनारे फेक दिया है लाश के पास उसे पहचानने के लिए एक आ ई कार्ड और उसके अलावा एक गुड़िया थी इंस्पेक्टर विजय शंकर आई कार्ड और गुडिया को हिरासत मे लेकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज देते है..
इंस्पेक्टर के थाने पहुंच ने के बाद रोहित के पिता को फोन पर जानकारी देते है रोहित के पिता अपने बेटे की मौत के बारे मे सुन कर बौखला जाते है और इन्फेक्टर की बात मानने से इंकार कर दैते है..कुछ देर बाद रोहित के पिता थाने पहुंच ते है और अपने बेटे के बारे मे पुछते है इंस्पेक्टर उन्हे रोहित से मिलाने केलिए अस्पताल लेकर जाते है अस्पताल पहुंचने के बाद अपने बेटे की लाश देखने के बाद रोहित के पापा फूट फूट कर रोने लगते है पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से पता चलता है कि रोहित को इस तरह से मारा गया है जैसे किसी ने उसपर अपनी जिन्दगी भर की भड़स निकाली है उस पर कु ई बार चाकू से वार किया गया है बिजली का झटका दिया गया है और उसकी दोनो ऑखें और बाकी शरीर, के अंगो को बहुत बुरी तरह नुकसान किया है
पोस्टमार्टम के दोरान ये भी पता चला है की रोहित को दो तीन दिन टॉर्चर भी किया गया है और उसे तड़पा तडता के मौत के घाट ऊतारा गया है पर पोस्टमार्टम से हत्यारे के बारे मे एक भी सुराग नही मीलता है मामले की छानबीन शूरू हो जाती है इंस्पेक्टर विजय रोहित के घरवालो से उसके दोस्त यारो के बारे मे पता करते है रोहित के माता पिता से उन्हे पता चलता है रोहित अपने दोस्त के साथ एक हफ्ते पहले गोवा घूमने गया था 5 दिन बीत जाते है पर रोहित की मौत से जुडा कोई भी सुराग या सबूत नही मिलता है इंस्पेक्टर विजय अपनी पूरी कोशिश कर रहे थे पर कुछ हाथ नही लग रहा होता है रोहित की मौत सातवे दिन इंस्पेक्टर विजय को एक खबर मिलती है की मुम्बई मे ही इक सुनसान जगह पर एक लाश मीली है जिसके शरीर का हाल भी रोहित के शरीर के जैसा ही है और ऊसकी लाश के पास भी इक आई कार्ड और इक गुड़िया मिली है....
( जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए रोहित को किसने मारा है और क्यो मारा है और क्या जो दूसरी लाश मीली है उसका रोहित से कोई संबंध है ... जाने पार्ट 2 मे .. वैसे इस कहानी के 16 पार्ट है ... रहस्य मय कहानी है.....